aye musht e khaak serial full story in Hindi| जानिए मुश्त ए
ख़ाक ड्रामा सीरियल की कहानी-
ऐ मुश्त-ए-खाक ड्रामा सीरियल का आगाज 13 दिसंबर 2021 को हुआ था! ऐ मुश्त-ए-खाक' का मतलब `मुट्ठी भर धूल इंसान, हैं!ऐ मुश्त-ए-खाक अच्छाई और बुराई के बीच लंबे समय से चली आ रही लड़ाई की दिलचस्प कहानी है। इस सीरियल का प्रसारण harpalgeo.tv किया गया। इस सीरियल को भी लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया।
Aye musht e khaak story
अभिनेता। फिरोज खान, सना ज़ावेद,
निर्माता अब्दुल्ला कड़वानी, असद कुरेशी
उधम देश। पाकिस्तान,
लेखक। महा मलिकी
प्रसारण जियो एंटरटेनमेंट
गायक क्यों तेरे बिना जीना पड़ा मुझको। ( शानी अरशद, यशल शाहिद)
(2). जाने बहुत कुछ
दुआ एक प्यारी और मासूम लड़की है और अल्लाह और अपने धर्म में उसकी कई मान्यताएं हैं। दुआ एक ऐसी लड़की है! जिसको रिश्तों का काफ़ी अच्छा एहसास हैं मुस्तजाब "बॉबी" अहमद एक ऐसा लड़का जोकि बाहर से पढ़ के आता हैं और एक मॉर्डन लड़का और दिखने में हेंडसम जो सोचता है कि वह जिससे भी प्यार करेगा वह उससे तुरंत शादी करेगा।
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Mustajab aur dua |
(3)मुस्तजाब और दुआ का मिलन
जब दुआ के माता-पिता, सज्जाद और निमरा, अपने भाई ध्यान को हवाई अड्डे से लेने जाते हैं, तो दुआ देखती है कि एक सफेद कार उसके घर आती है और दुआ समझती के उसका भाई आया है , और यह वास्तव में मुस्तजाब और उसकी माँ शकीला है जो मुस्तजाब के लिए कार में है। और दुआ का रिश्ता मुस्तजाब के लिए लेकर आती हैं। जब दुआ के माता-पिता ध्यान के साथ घर आते हैं, तो मुस्ताजाब और दुआ निजी तौर पर बात करते हैं क्योंकि वह उसे अपने परिवार के खेत के आसपास दिखाती है।
लेकिन दुआ न मुस्तजाब से ज्यादा कुछ कहती है और न ही उस पर कोई ख़ास ध्यान देती है, जिससे उसके अहंकार को ठेस पहुंचती है। लेकिन शकीला अंततः मुस्तजाब को शादी के लिए राजी करने के लिए मना लेती है। ध्यान अपनी मां से यह पता लगाने के लिए कहता है कि क्या दुआ उसके और मुस्तजाब के रिश्ते के साथ ठीक है।
अगले दिन शकीला(मुस्तजाब की मां) को निमरा का फोन आता है कि दुआ ने मुस्तजाब को ठुकरा दिया है। क्योंकि बॉबी का सारा काम अमेरिका में है और दुआ अपनी फ़ैमिली को नहीं छोड़ना चाहती थी इसलिए दुआ इंकार कर देती हैं-
जब बॉबी (मुस्तजाब) की मां उसे रिश्ते के बारे में बताती है जिसे सुनकर मुस्तजाब गुस्से में आ जाता है!
जब दुआ का परिवार एक पार्टी का आयोजन करता है, तो शकीला मुस्तजाब से पूछती है कि क्या वह उसके साथ आना चाहता है, लेकिन वह उससे दुआ या उससे जुड़ी किसी भी चीज़ के बारे में फिर से बात न करने को कहता है। लेकिन वे उन्हें खुद पार्टी में जाने से नहीं रोकता है। रात के खाने के बाद दुआ अंदर चली जाती है जब मुस्ताजब उसे घूरता रहता है। मुस्ताजाब उससे बात करने के लिए अंदर जाता है कि उसने उसे क्यों ठुकरा दिया।
मुस्ताजाब दुआ से कमरे में मिलता है और मुस्ताजाब दुआ से कहता है कि उसे उससे प्यार हो गया है। इसके बावजूद दुआ अभी भी मुस्तजाब को ठुकरा देती है, जिससे उसके अहंकार को और भी ज्यादा ठेस पहुंचती है। मुस्ताजाब शकीला को दुआ के परिवार से बात करने के लिए कहता है, जब शकीला अपने परिवार को बताती है कि मुस्ताजाब ने दुआ के साथ रहने के लिए पाकिस्तान में रहने का फैसला किया है क्योंकि उसका व्यवसाय पूरी दुनिया में है।
(4) मुस्ताजाब और दुआ की शादी
इसके बाद मुस्ताजाब और दुआ कि शादी हो जाती है। मुस्ताजाब दुआ को खाने के लिए कहीं ले जाते हैं और दोनों साथ में कुछ वक्त बिताते हैं।मुस्ताजाब दुआ को खुश करने के लिए हर वो काम करता है जिससे कि दुआ को उसके प्रति एक अच्छा आदमी दिखाई दे। और दुआ भी मुस्ताजाब को एक अच्छा इंसान बनाना चाहती है। और मुस्तजाब से वादा करती है कि वो कभी उसके और उसकी इबादत के बीच में नहीं आएगा लेकिन मुस्ताजाब ऐसा इसलिए करता है जिससे कि दुआ उसकी हर बात मानने लगे।
(5)कैसे जुदा होते हैं दुआ और मुस्तजाब-
मुस्ताजाब फिर से अपनी पुरानी हरकते शुरू कर देता है जैसे वो अय्याशी करता था जब मुस्ताजाब एक लड़की के साथ अपने कमरे में होता हैं तभी उसे दुआ देख लेती है जिसे देखकर दुआ टूट जाती हैं दुआ फिर से बॉबी को ठुकरा देती हैं
दुआ का भाई ध्यान बॉबी (मुस्ताजाब)को दुआ से दूर रहने के लिए कहता है कहता है के तुम दुआ के लायक थे ही नहीं। मुस्ताजाब दुआ को किडनेप कर लेता है।और दुआ को वापस आने के लिये कहता है लेकिन दुआ इंकार कर देती हैं मुस्ताजाब दुआ के साथ जबदस्ती करता हैं जिसे देखकर दुआ के भाई को गुस्सा आ जाता हैं और वो मुस्ताजाब से लड़ता है तभी मुस्ताजाब से ध्यान को गोली लग जाती हैं दुआ जोकि अपने भाई से बोहोत मोहब्बत करती थी ये देखकर बेहोश हो जाती है दुआ का परिवार सदमे मै आ जाता हैं मुस्ताजाब जिसे कि अपनी ग़लती पर पछतावा होता हैं और एक अच्छा आदमी बन जाता हैं फकीर बाबा मुस्ताजाब और दुआ को एक करते हैं मुस्ताजाब जोकि दुआ से अपनी ग़लती की माफी मांगता हैं दुआ और उसके घर वाले भी उसे (बॉबी) को माफ कर देते है।