cyber crime क्या है? Online शिकायत कैसे करें cyber crime helpline number-
ग्रह मंत्रालय द्वारा हेल्पलाइन नंबर- केंद्रीय ग्रह मंत्रालय(MHA) और दिल्ली पुलिस की cyber cell ने मिलकर हेल्पलाइन न. 155260 लांच किया है। बढ़ते साइबर क्राइम की घटनाओं में जिस तरह से तेजी आई है सेफ्टी टिप्स केे बावजूद आम लोग 'लिंक, क्रेडिट कार्ड धोखाखड़ी , कंप्यूटर सेेेे व्यक्तिगत डाटा पेस्ट करना, ओटीपी, और अन्य तरह सेे ठगी के शिकार हो रहे हैं ऐसे मेंं किसी भी तरह की साइबर क्राइम घटना को रिपोर्ट करने के लिए इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं !आपसे आपकी बेसिक जानकारी ली जाएगी आपको बैंक और पुलिस स्टेशन जाने से राहत मिलेगी।
cyber criminals
Cyber crime क्या होता है?
Cyber crime एक बहुत बड़ा अपराध है! साइबर क्राइम को जो अंजाम देते हैं उन्हें cyber criminals कहते हैं! यह cyber criminals कंप्यूटर और internet technology की अच्छी knowledge रखते हैं! साइबर अपराध को किसी ऐसे गैरकानूनी कार्य के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जहां अपराध को करने के लिए कंप्यूटर या कंप्यूटर नेटवर्क का उपयोग किया जाता है! अतः कंप्यूटर के माध्यम से अनेक अपराध कर दिए जाते हैं जैसे-हैकिंग, स्पैम ईमेल, वायरस डालना, ऑनलाइन ड्रग्स तस्करी, जॉब फ्रॉड, किसी की व्यक्तिगत जानकारी या अकाउंट पर नजर रखना, किसी की जानकारी को किसी और को देना, ये सभी साइबर क्राइम के अंतर्गत आते हैं।
Cyber crime के प्रकार और उनकी क्या सज़ा हो सकती है-
साइबर अपराध अनेक प्रकार का होता है और उनकी सज़ा भी अलग-अलग होती है! अतः भारत में साइबर अपराध के मामलों में सूचना तकनीक कानून 2000 और 2008 लागू होते हैं किंतु इसके कुछ अपराधों में 'कॉपीराइट कानून, 1957 और आतंकवाद कानून के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है।
(1)हैकिंग(hacking).
इस क्राइम मैं हैकर किसी यूज़र की पर्सनल बातें wtsapp, Facebook व अन्य ऐप से डाटा की जानकारी लेते हैं! बिना मालिक की permission के और उन्हें ब्लैकमेल करते हैं! इसके लिए अलग प्रकार का software इस्तेमाल किया जाता है इसमें user को पता भी नहीं चलता के उसके साथ ही अपराध हुआ है।कानून(law).
हैकिंग करने पर IT (संशोधन) एक्ट 2008 की धारा 43A, 66 अतः आईपीसी(IPC) की धाराएं 379, 406 के तहत कार्रवाई की जा सकती है और हैकिंग का अपराध साबित होने पर 5 लाख तक का जुर्माना और 3 साल तक की सजा हो सकती है(2)स्पैमिंग (spamming).
इस प्रकार के क्राइम में users को अनेक ईमेल आते है इन ई-मेल में कुछ ऐसे ईमेल शामिल होते हैं जो users के कंप्यूटर या लैपटॉप में घुसकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं जब users मेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करता है तो उससे system में virus डाउनलोड हो जातेकानून(law).
इस के अपराध में आईटी कानून 2000 की धारा 77B और संशोधन 2008 की धारा 66D, IPC की धारा 419, 420 और 465 के तहत कार्रवाई की जाती है दोषी पाए जाने पर 3 साल की सजा और जुर्माना भी लग सकता है।(3)पहचान की चोरी (identity theft).
इस अपराध के अंतर्गत उन users को टारगेट किया जाता है! जो इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन बैंकिंग, पैसों का लेनदेन करते हैं! Cyber criminal उन users का अकाउंट नंबर, क्रेडिट कार्ड नंबर, डेबिट कार्ड नंबर की जानकारी प्राप्त कर users के पैसों को अपने अंडर में कर लेते हैं जिसकी वजह से users को भारी नुकसान उठाना पड़ता है!कानून(law).
इस पहचान की चोरी अपराध में IT(संशोधन) एक्ट 2008 की धारा, 43 और 66c, और आईपीसी धारा 419 के तहत कार्रवाई की जाती है। और दोषी पाए जाने पर एक लाख तक का जुर्माना और 3 साल तक की सजा हो सकती है।(4)फिशिंग (fishing).
Fishing एक प्रकार कि धोखा खड़ी है! जिसमें users ई-मेल के माध्यम से लॉटरी का लालच देकर आवश्यक जानकारी प्राप्त करने के लिए users को बेवकूफ बनाया जाता है! और उसकी निजी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की है! अतः यह किसी वैद्य स्त्रोत से प्राप्त की गई प्राप्त होती हैकानून(law).
इस प्रकार की धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों व निजी जानकारी प्राप्त कर धोखा घड़ी करने वालों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाती है।(5) साइबर बुलिंग (Cyber bullying).
इस अपराध के अंतर्गत सोशल मीडिया के द्वारा किसी साइट पर गलत कमेंट करना या किसी का मजाक बना कर तंग करना/सताने का तरीका है!कानून(law).
IT संशोधन कानून 2009 की धारा 66A के तहत 3 साल तक की सजा और जुर्माना।(6)बाल अश्लीलता (CP).
बाल यौन शोषण (सीएसएम) का तात्पर्य किसी ऐसी कंटेंट्स है जिसमें किसी बच्चे की किसी भी रूप में यौनाचार छवि है जिसका यौन शोषण अथवा योन दुरुपयोग हुआ हो अतः बच्चों को डराया और ब्लैकमेल किया जाता है जिससे बच्चे डर जाते हैं इस अपराध के शिकार बच्चे लड़कियां ज्यादा होती हैं।कानून. (Law)
बाल अश्लीलता (child p**g) के अपराध में IT संशोधन कानून 2008 की धारा 67A IPC की धाराएं, 292 294, 293, 500 और 509 के तहत सजा हो सकती है आरोपित हो जाने पर 10लाख तक का जुर्माना और 5 साल तक की सजा हो सकती और सजा बढ़कर 7 साल तक भी हो सकती है।(7)Online ड्रग्स तस्करी.
यह एक ऐसा अपराध है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों का उपयोग करके गैर कानूनी तरीके से हेरोइन, कोकीन और अन्य गैरकानूनी पदार्थों का आयात अवैध रूप से किया जाता है।कानून(law).
ड्रग्स तस्करी एक बहुत बड़ा अपराध है और दोषी पाए जाने पर 10 साल से 20 साल तक की सजा हो सकती है! सुप्रीम कोर्ट के अनुसार ड्रग्स की मात्रा से सजा तय नहीं होगी बल्कि मामले की गंभीरता और सेवन करने वाले की मंशा देखी जाएगी।Cyber crime से कैसे बचा जा सकता है-
Cyber crime से cyber security द्वारा बचा जा सकता है यह सच है कि आप online की दुनिया में पूरी तरह secure नहीं है अतः आप के साथ कभी भी scam हो सकता है cyber crime से बचने के लिए थोड़ी समझदारी और सतर्कता जरूरी है ऐसा देखा गया है कि साइबर अपराध से महिलाओं को ज्यादा नुकसान हुआ है! थोड़ी ना समझे और जागरूकता न होने के कारण वह जल्द ही इसके जाल में फंस जाती है अतः कुछ बातों को ध्यान में रखकर cyber crime से बचा जा सकता है।
- अपने सोशल मीडिया नेटवर्किंग के account को सुरक्षित रखने के लिए एक मुश्किल पासवर्ड (जो केवल आपके याद हो) का प्रयोग करना चाहिए और कुछ समय के बाद इसे बदलते रहना चाहिए.
- अपने सोशल मीडिया अकाउंट का password किसी के साथ share ना करें।
- जहां तक हो सके अपनी personal information को ऑनलाइन पब्लिश करने से बचें कोई भी online scheme जिसमें पैसे जीतने और प्राइस मिलने की बात हो उन के लालच में ना पड़े और उन पर बिल्कुल विश्वास ना करें।
- जब भी किसी इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया जाए तो अपने ही कंप्यूटर द्वारा करें काम पूरा होने के बाद लॉगआउट(log out) जरूर करें।
- ईमेल अकाउंट के द्वारा आने वाले फ्रॉड मेल को ना खोलें और किसी फाइल को लिंक (link) द्वारा डाउनलोड ना करें।
- हमेशा अपने इंटरनेट ब्राउजर को अपडेट करके रखें। फ्री वाईफाई का इस्तेमाल करने से बचें इससे डाटा कॉपी और चोरी हो सकता है अतः वाईफाई अकाउंट के लिए secure password का इस्तेमाल करें ।
- अपने बच्चों से हैकिंग, ग्रूमिंग, बुलिंग और स्टॉकिंग जैसे ऑनलाइन खतरों के बारे में बातचीत करें और उनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की friend request accept करने से बचें व आपके द्वारा बनाए गए फर्जी अकाउंट को लॉग आउट कर दे।
- अपने कंप्यूटर अकाउंट में ऐसे सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें जिनसे साइबर क्राइम से बचा जा सके।
Online cyber crime की शिकायत कैसे करें-
किसी भी अपराध को करने के लिए जब इंटरनेट का यूज किया जाता है तब वह साइबर क्राइम के अंतर्गत आता है और उस पर आईपीसी के सेक्शन के साथ-साथ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के एक्ट सेक्शंस भी लगते हैं अगर आपके साथ भी किसी ने साइबर क्राइम किया है तो आपको किसी भी पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि आप अपने स्मार्टफोन, टेबलेट या लैपटॉप के द्वारा ऑनलाइन शिकायत(complain) कर सकते हैं
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वाराhttps://cybercrime.gov.in/वेबसाइट लॉन्च की गई। इसके लिए आपके पास नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि डिटेल देनी पड़ती है। इसमें आपको शिकायत भेजने के साथ-साथ जानकारी और सबूत भी देने पड़ते हैं।
Cyber crime के कारण
Cyber crime के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं इसलिए हमें साइबर अपराध को अपने साथ होने से बचाना चाहिए और दूसरों को भी इसकी जानकारी देनी चाहिए
- Digital जागरूकता की कमी का होना
- तकनीकी कर्मचारियों और अधिकारियों की कमी का होना
- Fraud ईमेल मैसेज मैं फस जाना
- Cyber crime दायरे का अत्यधिक विस्तृत होना
- प्रभावी कानूनों का अभाव
- Cyber crime के बारे में ज्ञान का न होना।