purvanchal expressway उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे के बारे में जाने-
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन 16 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया था! 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ता है! यह पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ (ग्राम चांद सराय) से शुरू होता है और गाजीपुर (ग्राम हैदरिया) पर खत्म होता है! इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा (यूपीडा) 22,500 करोड़ रुपयों की लागत से बनाया गया। पूर्वांचल expressway से 9 जिले उत्तर प्रदेश की राजधानी (लखनऊ) से जुड़े हुए हैं! लखनऊ से शुरू होकर बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, मऊ और गाजीपुर में समाप्त होता है!
Purvanchal expressve की खासियत व नियम_
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बनाने में 22,500 करोड रुपए की लागत लगी। जबकि सरकार का कहना है यह अनुमानित लागत से 5 फ़ीसदी कम खर्च में तैयार हुआ है। इसको बनाने में कुल 36 महीने का समय लगा।
- यह एक्सप्रेसवे 9 जिलों से होकर गुजरता है! लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, आजमगढ़, मऊ, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अयोध्या, गाजीपुर!
- 340 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे में 6 लेन(प्रत्येक दिशा में 3 लेन) विश्व स्तरीय राजमार्ग है! जिसे भविष्य में बढ़ाकर 8 लेन तक किया जा सकता है जिससे बड़ी संख्या में वहां किस से गुजर सकते हैं!
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में 18 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवर ब्रिज, 7 बड़े पुल, 118 छोटेपुल, 13 इंटरचेंज, 6 टॉल प्लाजा, 5 रैम्प प्लाजा, 271 अंडरपास, 503 पुलिया का निर्माण, 1 हवाई पट्टी, मौजूद है।
- इस एक्सप्रेस वे में 1 हवाई पट्टी जोकि सुल्तानपुर में (3.5 किलोमीटर लंबी) स्थित है! युद्ध की स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को लैंडिंग के लिए एक वैकल्पिक जगह उपलब्ध होगी।
- इस एक्सप्रेस वे से वाहन 160 से 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गुजर सकते हैं! जबकि नियमानुसार 120 किमी. कि रफ्तार मान्य है जबकि भारी वाहनों के लिए 60 किमी.। साथ ही सीसीटीवी कैमरे द्वारा स्पीड पर निगरानी रखी जाती है।
- इस एक्सप्रेस द्वारा से गाजीपुर से दिल्ली पहुंचने में महज़ 9 घंटे का समय लगता है और गाजीपुर से लखनऊ तक का सफर करने में 3:30 से 4:00 घंटे का समय लगता है।
Purvanchal expressve का विकास कैसे हुआ-
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का की घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में मई 2015 में लखनऊ, बलिया, आजमगढ़ के नाम से की थी! परंतु यूपी के मुख्यमंत्री द्वारा मार्ग को लखनऊ-आजमगढ़- गाजीपुर मैं बदल दिया गया और 14 जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसकी नींव रखी गई।
सुरक्षा के मामले में बेहतर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे-
इस एक्सप्रेस वे पर भारी संख्या में वाहनों की आवाजाही रहती है! अतः वाहनों की सुरक्षा या दुर्घटनाग्रस्त की स्थिति में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 112 एंबुलेंस की सुविधा हर समय उपलब्ध रहती है! इस एक्सप्रेस वे पर पुलिस चौकी भी उपलब्ध है! इसके अलावा पेट्रोल पंप, और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सीएनजी स्टेशन(CNG station) जोकि इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध करते हैं।
इस एक्सप्रेस वे से पूर्वांचल के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ बेहतर कनेक्टिविटी है। इसके अलावा लिंक एक्सप्रेस वे के जरिए इस एक्सप्रेस-वे को कुछ और जिलों से जोड़ा गया है जैसे-आजमगढ़ से गोरखपुर 110 किमी. लंबा लिंक एक्सप्रेस वे है! वही गाजीपुर से बलिया का 30 किमी. लंबा लिंक एक्सप्रेस वे है
लड़ाकू विमानों की लैंडिंग लिए खास बना ये एक्सप्रेस वे-
2021 के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सी-130 हरक्यूलिस से सीधे एक्सप्रेस वे पर लैंड हुए थे! अतः भारतीय वायु सेना द्वारा 'टच एंड गो, ऑपरेशन किया गया। जिसमें-मिराज 2000, ए एन-32, सुखोई, जगुआर व फाइटर जेट्स शामिल थे।
341 किमी. लंबे इस एक्सप्रेस वे में हवाई पट्टी द्वारा युद्ध की स्थिति में व आपातकालीन स्थिति में लड़ाकू विमानों व अन्य विमानों की लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। 1971 के युद्ध के समय पाकिस्तान की वायु सेना द्वारा भारत के हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया था। भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे मजबूत सड़क के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाएगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर 5 इंडस्ट्रियल एरिया बनने जा रहे हैं जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार की सुविधा उपलब्ध होगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे द्वारा अन्य क्षेत्रों जैसे-कृषि, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, स्वास्थ्य संस्थान, पेट्रोलियम उत्पाद, इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट व आदि के क्षेत्र में रोजगार के अवसर और बढ़ गए हैं! अन्य क्षेत्रों को सामाजिक और आर्थिक रूप से विकसित होने में सहायता मिली है।